
पाकिस्तान में नौ ठिकानों को निशाना बनाया, एक भी नहीं चूका" – ऑपरेशन सिंदूर पर एनएसए अजित डोभाल
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राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि इस सैन्य कार्रवाई के दौरान भारत ने पाकिस्तान के अंदर नौ ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया, और इनमें से एक भी निशाना चूका नहीं। खास बात यह रही कि पूरे ऑपरेशन में भारत को कोई नुकसान नहीं हुआ।
अजित डोभाल आईआईटी मद्रास में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने विदेशी मीडिया की रिपोर्टिंग पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “कई विदेशी समाचार एजेंसियों ने भारत को लेकर भ्रामक और आधारहीन खबरें प्रकाशित कीं। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की, लेकिन मैं उनसे पूछता हूं – क्या आप एक भी ऐसी तस्वीर दिखा सकते हैं जिसमें भारत में कोई इमारत क्षतिग्रस्त हुई हो या एक भी कांच टूटा हो?”
डोभाल ने यह भी बताया कि विदेशी मीडिया ने पाकिस्तान के 13 एयरबेस की सैटेलाइट तस्वीरें प्रकाशित कीं, जिनमें 10 मई से पहले और बाद की स्थिति दिखाई गई थी – इनमें सरगोधा, रहीम यार खान और चकलाला जैसे ठिकाने शामिल थे। डोभाल ने कहा, “हमारे पास इतनी क्षमता है कि अगर चाहें तो पाकिस्तान के एयरबेस को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं।”
ऑपरेशन की सफलता और स्वदेशी तकनीक पर जोर
एनएसए डोभाल ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का श्रेय देश में विकसित स्वदेशी तकनीक को भी दिया। उन्होंने बताया, “हमें इस बात पर गर्व है कि इस ऑपरेशन में भारी मात्रा में स्वदेशी सामग्री का उपयोग हुआ। हमने सीमावर्ती नहीं, बल्कि पाकिस्तान के भीतर गहराई में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को टारगेट किया। हम किसी भी निशाने से नहीं चूके। पूरा ऑपरेशन केवल 23 मिनट में पूरा हुआ और कहीं भी गैर-जरूरी कार्रवाई नहीं की गई।”
सभ्यता, राष्ट्र और जिम्मेदारी की बात
डोभाल ने अपने संबोधन में भारत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हम एक ऐसी सभ्यता से आते हैं जो हजारों वर्षों से आक्रमणों, संघर्षों और अपमानों को सहती रही है, लेकिन फिर भी जीवित रही। हमारे पूर्वजों ने इसे जीवित रखने के लिए असीम कष्ट झेले। हमें यह समझना होगा कि राष्ट्र केवल एक राज्य नहीं होता – यह एक भावना है, एक धरोहर है।”
कार्यक्रम के अंत में एनएसए डोभाल ने युवाओं से आह्वान किया कि वे आने वाले 22 वर्षों में भारत की स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने तक देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएं।